एक बेड पर लेटाए जा रहे तीन-तीन मरीज

चंबा। क्षेत्रीय अस्पताल चंबा में अव्यवस्था का आलम है। यहां मरीजों को लेटाने के लिए बेड तक नहीं हैं। एक बेड पर ही तीन तीन मरीज लेटाए जा रहे हैं। गायनी वार्ड में भी ऐसा ही हाल है। गर्भवती महिलाआें को भी ऐसी ही परेशानी झेलनी पड़ रही है और एक बेड पर तीन-तीन महिलाएं लेटी हैं। कई बार मरीज सोते हुए बेड से नीचे भी गिर चुके हैं।
दिन वीरवार। समय सुबह 11.40 बजे। अमर उजाला की टीम क्षेत्रीय अस्पताल पहुंची। अस्पताल के कई कमरों की दीवारों से पानी का रिसाव हो रहा है। इसके कारण वहां पर उपचाराधीन मरीजों और उनके तीमारदारों को काफी समस्याओं का सामना करना पड़ रहा है। अस्पताल की तीसरी मंजिल के कई वार्डों में रिसाव से दीवारों की हालत ही बिगड़ गई है। कई जगह दीवारें दरक गई हैं। रिसाव से दुर्गंध भी आ रही है, लेकिन अस्पताल प्रशासन इन दीवारों को दुरुस्त करने में कोई दिलचस्पी नहीं दिखा रहा है। इसका खामियाजा अस्पताल में इलाज करवाने आ रहे मरीजों को भुगतना पड़ रहा है। समय रहते इन दरकी हुई दीवारों को ठीक नहीं करवाया गया तो भविष्य में कोई भी अप्रिय घटना हो सकती है। इस अस्पताल में रोजाना सैकड़ों की संख्या में लोग इलाज करवाने आते हैं। जिले की साढ़े छह लाख के करीब जनता को स्वास्थ्य सुविधाएं मुहैया करवाने वाले क्षेत्रीय अस्पताल का यह हाल है। गायनी वार्ड समेत अन्य वार्डों में एक बेड पर तीन-तीन मरीज पड़े हैं। इसके अलावा ईएनटी ओपीडी के भवन की छतों से निरंतर पानी का रिसाव हो रहा है। इससे भवन की छत पर लगी लकड़ी की शीटें भी सड़ने लगी हैं। अभी तक छत्तों से हो रहे पानी के रिसाव को रोकने के लिए विभाग व प्रशासन द्वारा कोई भी ठोस कदम नहीं उठाए गए हैं। रक्त जांच लैब के भवन में काफी दरारें पड़ती जा रही हैं। साथ ही बारिश के दौरान लैब के कई कमरों में पानी भी टपकता रहता है। अस्पताल की बाहरी दीवारों पर पौधे उगते जा रहे हैं। इससे भी दीवारें दरक रही हैं, लेकिन सरकार व प्रशासन चंबा अस्पताल में मरीजों की संख्या के मुताबिक अभी तक बेड उपलब्ध नहीं करवा सके हैं। अस्पताल पहुंचे तीमारदारों में मुकेश कुमार, चंद राम, संजय कुमार, शम्मी कुमार, अजय कुमार, राकेश कुमार, अशोक कुमार, विजय कुमार व राजीव आदि ने बताया कि अस्पताल खुद ही बीमार है। इसकी हालत को सुधारा जाना चाहिए ताकि लोगों को परेशानी न हो।

मरम्मत का कार्य चला है : सीएमओ
मुख्य चिकित्सा अधिकारी अशोक गुप्ता का कहना है कि अस्पताल में मरम्मत का कार्य चला हुआ है। नया भवन भी लगभग तैयार है। नए भवन में 100 बेड की व्यवस्था है। भवन तैयार होते ही यह समस्या नहीं रहेगी।

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